
जमुई नगर परिषद कार्यालय बना रणक्षेत्र। पैसे का लगाया जा रहा है एक दूसरे पर आरोप।
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मंगलवार को नगर परिषद कार्यालय में स्थाई कमेटी की बैठक मुख्य पार्षद मो. हलीम की अध्यक्षता में की गई। कमेटी की बैठक में पूर्व से निर्धारित सैरात बंदोबस्त के साथ-साथ 2024-25 में सरकार द्वारा आवंटित राशि के बारे में किया जाना था। लेकिन कमेटी की बैठक में आरोप-प्रत्यारोप और हंगामे के साथ बैठक समाप हुआ। बैठक के दौरान मुख्य पार्षद ने कहा कि उन्हें बिना जानकारी दिए साइन करने का दबाव डाला गया था।
उन्होंने बताया कि स्थाई कमेटी की बैठक में पारित योजनाओं की जानकारी समझा और फिर साइना किया। मुख्य पार्षद ने यह भी बताया कि इस वर्ष जो राशि आवंटित की गई थी, वह खर्च नहीं हो सकी। उन्होंने कहा कि कार्यालय से उन्हें बताया गया है कि आवास योजना में सरकार द्वारा आवंटित लगभग 12 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं।
मुख्य पार्षद व कमेटी के सदस्य फिरोज के बीच तीखी बहस हुई। मुख्य पार्षद आरोप लगाया कि उन्हें धमकी दी जा रही थी जब तक सिग्नेचर नहीं होगा आपको बाहर जाने नहीं दिया जाएगा, वही कमेटी के सदस्य फिरोज नाम मुख पार्षद पर पैसे लेने का आरोप लगाया है। जबकि फिरोज मुख्य पार्षद के पुत्र को बैठक में होने पर नाराजगी जताई ।
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