
बिहार में सरकार बदलते ही दक्षिण बिहार के इन जिलों की बदल गई किस्मत, यहां के सभी विधायक थे विपक्ष में, अब सत्ता में भागीदार
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बिहार में 2020 के विधानसभा चुनाव में एनडीए की सरकार बनने के बाद भी दक्षिण बिहार में करारी हार का सामना करना पड़ा था। यहां औरंगाबाद, रोहतास, कैमूर और बक्सर जिले ऐसे थे। जहां एनडीए के किसी भी उम्मीदवार को जीत नहीं मिली थी। सारे विधायक महागठबंधन से जीतकर विधानसभा पहुंचे थे। चूंकि महागठबंधन की सरकार नहीं बन सकी, ऐसे में इन विधायकों की किस्मत में विपक्ष में रहना ही नसीब में आया।
सिर्फ कैमूर के चैनपुर से बसपा से जीते मो. जमां खान ही ऐसे विधायक रहे, जो बाद में जदयू में शामिल हुए और मंत्री बन गए।चारों जिले में नहीं हो रहे थे विकास कार्य सरकार में इन चारों जिले से कोई प्रतिनिधि नहीं होने के कारण एनडीए का कोई विधायक नहीं होने का नतीजा यह था कि चारों जिले में विकास कार्य पर नीतीश सरकार का ज्यादा ध्यान नहीं था। सदन में विधायकों की बात सरकार गंभीरता से नहीं ले रही थी। लेकिन अब स्थिति बदल सकती है। बिहार में महागठबंधन की सरकार बन गई है। ऐसे इन चारों जिलों में विकास कार्य को नई गति मिलने की संभावना है।
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