
नहीं हुआ मन की मुरादपुरा सपना सपना ही रह गया
Monday
Comment
पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह का मन में तो कई इच्छा थी लेकिन एक इच्छा पूरा नहीं हो सका। वह इच्छा थी विधायक स्वर्गीय अभय सिंह की पुत्री खुशी को एक मुकाम पर लाकर मेरी दम टूटे। लेकिन भगवान को यह मंजूर नहीं था ।
स्वर्गीय अभय सिंह की पुत्री खुशी लगभग 16- 17 साल की हुई है। पढ़ाई तो चल रहा है लेकिन कम उम्र रहने के कारण पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह उसके हाथ पीले न कर सके और ना ही उसे राजनीतिक की पाठ ही पढ़ा सके। मंत्री नरेंद्र सिंह की यह इच्छा मन में संयोगगे ही चले गए। यह इच्छा पूरा नहीं हो सका।
0 Response to "नहीं हुआ मन की मुरादपुरा सपना सपना ही रह गया"
Post a Comment